एसडीजी (सतत विकास लक्ष्य) और विकसित भारत@2047 को प्राप्त करने में उच्च शिक्षा की भूमिका
DOI:
https://doi.org/10.58213/vidhyayana.v10isi3.2216Abstract
भारत के लिए 2047 का वर्ष कैसा होगा? भारत के प्रधानमंत्री का मानना है कि 2047 में विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने में तकनीकी का बहुत बड़ा योगदान होगा। प्रत्येक क्षेत्र में तकनीक का उपयोग होगा। राजनीति, दैनिक कार्यों, कला-संस्कृति, ज्ञान-विज्ञान, शिक्षा, चिकित्सा, कृषि आदि समाज का कोई भी पहलू इससे अछूता नहीं रहेगा। सतत विकास लक्ष्य (SDGs) और "विकसित भारत@2047" का उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय स्थिरता के माध्यम से एक बेहतर और विकसित भविष्य का निर्माण करना है। उच्च शिक्षा इन लक्ष्यों को प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उच्च शिक्षा संस्थानों (HEIs) के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अनुसंधान, नवाचार और सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा दिया जा सकता है। यह लेख उच्च शिक्षा की भूमिका को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (SDG 4), लैंगिक समानता (SDG 5), रोजगार और आर्थिक विकास (SDG 8), जलवायु कार्रवाई (SDG 13), और वैश्विक साझेदारी (SDG 17) के संदर्भ में विश्लेषित करता है। साथ ही, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 और उन्नत भारत अभियान (UBA) जैसे सरकारी प्रयासों को उच्च शिक्षा में सुधार और सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया है। है। इन लक्ष्यों को प्राप्त करने में उच्च शिक्षा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उच्च शिक्षा संस्थानों (HEIs) का दायित्व केवल ज्ञान और कौशल प्रदान करना ही नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एक मंच प्रदान करना भी है।
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References
उच्च शिक्षा और सतत विकास" लेखक: डॉ. रमेश चंद्र शर्मा प्रकाशक: नेशनल पब्लिशिंग हाउस वर्ष: 2018
"भारत में उच्च शिक्षा: चुनौतियाँ और संभावनाएँ" लेखक: प्रो. अरुण कुमार सिंह प्रकाशक: भारतीय शिक्षा प्रकाशन वर्ष: 2020
https://www.education.gov.in/nep/importance-sustainability-education
https://jointsdgfund.org/sustainable-development-goals/goal-4-quality-education